मैं लिखता हूं दुःख (Hindi Kavita)-ठाकुर अजातशत्रु सिंह
मैं लिखता हूं दुःख -ठाकुर अजातशत्रु सिंह मैं कवि हूं इसलिए लिखता हूं दुःख । जीता हूं संघर्ष । पीता हूं गरल । बुनता हूं धरती । गाता हूं आकाश । रचता हूं स्वप्न । जलाता हूं बुझी आशाएं । जगाता हूं मिटी स्मृतियां । और पोंछता हूं टूटे हृदय के आंसू । ठाकुर अजातशत्रु […]
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